Thursday, 7 March 2019

कश्मीरियो , लाओ आधार कार्ड /आई कार्ड दिखाओ - भगवाधारी

बन्टी यादव (MADJ MCU BHOPAL)
आज उत्तर प्रदेश के डालीगंज क्रॉसिंग पतोरगंज से एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी जिसमें दो भगवाधारी कश्मीरी युवक को बुरी तरह लताड़ते नज़र आ रहे हैं जिसमें उनसे पूछा जा रहा है कि लाओ आपका आधार कार्ड/आई कार्ड दिखाओ और ना दिखाने पर उनको थप्पड़ और डंडे की धौंस दिखा रहे हैं, वहीं पास में खड़े कुछ लोगों ने इसका वीडियो बना लिया और इसको वायरल कर दिया। साथ ही एक व्यक्ति उनको इस वीडियो में बचाते भी दिख रहा हैं बता दें कि जिस कश्मीरी को वो दो भगवाधारी डांट रहे हैं उसी कश्मीरी का एक संगाती अपनी जान बचाकर भाग निकलता है और जाकर पुलिस को सूचित करता है तब जाकर पुलिस हरकत में आती है। पुलिस के आने के पूर्व ही वो लोग वहां से गायब हो जाते हैं। इसके बाद फिर पुलिस छानबीन में लग जाती है। पुलिस की तीन टीम बनती हैं जो छानबीन में लग जाती हैं उनमें से एक व्यक्ति को पुलिस धरपकड कर लाती है बाद में वह जिस व्यक्ति को पुलिस पकड़ कर लाई है उससे पूछने की कोशिश करती हैं। जिस व्यक्ति को पुलिस ने पकड़ा उसका नाम "बजरंग सौनकर/गुलाब चंद सौनकर" उम्र 35 साल के रूप में हुई है वह डालीगंज क्रॉसिंग पतोरगंज लखनऊ का रहने वाला है । इसके ऊपर कई धाराएं लगाई गईं हैं - इन धाराओं के तहत 147,323,504, मुक़दमा दर्ज हुआ है। पीड़ित के मेडिकल बयान के आधार पर और इसका जो वीडियो है उसके आधार पर इस मामले में और अन्य धाराओं की बढ़ोतरी की गई है जो 153 AIPC,307IPC,7CLA Act के तहत बढोतरी की गई हैं। इसके आधार पर उन्हे गिरफ़्तार किया गया है उसके जो साथी थे (अमर कुमार, अनिरुद्ध कुमार, हिमांशु गर्ग( इनकी धरपकड फ़िलाल जारी है। यह जिस ट्रस्ट से जुड़े थे पुलिस के अनुसार उसकी पहचान (विश्व हिंदू दल ट्रस्ट) के रूप में हुई हैं जिसका मुख्य ओर्नर - अम्बुज निगम बताया जा रहा है । इस आरोपी ने ट्रस्ट का  रजिस्ट्रेशन 334/18 के रूप में पुलिस को बताया है।

पत्र-लेखन -buntyyadavduke

पत्र-लेखन विचारों, भावों, संदेशों एवं सूचनाओं के संप्रेषण के लिए पत्र सहज, सरल तथा पारंपरिक माध्यम है। पत्र अनेक प्रकार के हो सकते हैं, पर प्राय: परीक्षाओं में शिकायती-पत्र, आवेदन-पत्र तथा संपादक के नाम पत्र पूछे जाते हैं। इन पत्रों को लिखते समय निम्न बातों का ध्यान रखा जाना चाहिए: ·     पत्र के स्वरूप (फ़ॉर्मेट) का ध्यान रखें । ·     पत्र-  प्रेषक, दिनांक, प्रेषती, विषय, संबोधन, विषय-सामग्री, समापन, स्व-निर्देश व हस्ताक्षर के क्रम में लिखा जाना चाहिए। ·     भाषा शुद्ध, सरल, स्पष्ट, विषयानुरूप तथा प्रभावकारी होनी चाहिए। अभ्यासार्थ प्रश्न:- १.किसी दैनिक समाचार-पत्र के सम्पादक के नाम पत्र लिखिए जिसमें वृक्षों की कटाई रोकने के लिए सरकार का ध्यान आकर्षित किया गया हो। २. हिंसा-प्रधान फ़िल्मों को देख कर बालवर्ग पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव का वर्णन करते हुए किसी दैनिक पत्र के संपादक के नाम पत्र लिखिए। ३. अनियमित डाक वितरण की शिकायत करते हुए पोस्टमास्टर को पत्र लिखिए। ४. लिपिक पद हेतु विद्यिलय के प्राचार्य को आवेदन-पत्र लिखिए। ५. अपने क्षेत्र में बिजली संकट से उत्पन्न कठिनाइयों का वर्णन करते हुए अधिशासी अभियन्ता विद्युत बोर्ड को पत्र लिखिए। @buntyyadav duke

निबंध-लेखन

निबंध-लेखन निबंध-लेखन एक कला है,। इससे लेखक के ज्ञान की परख होती है। इसे लेखक के ज्ञान की कसौटी कह सकते हैं। निबंध एक प्रकार की बंधनहीन स्वच्छंद रचना होती है, किंतु उसकी भाषा, विचार एवम अभिव्यक्ति में कसावट की अपेक्षा रखी जाती है। इसके लिए शब्दों तथा समय की कोई सीमा नहीं होती किंतु परीक्षा में समय एवं शब्द-सीमा दोनों का ही ध्यान रखना आवश्यक होता है। सामान्यत: ५ अंक का निबंध लगभग २५० शब्दों में तथा १० अंक का निबंध लगभग ३५० शब्दों में लिखा जाना चाहिए। दिए गए विषयों में से अपनी रुचि तथा विशेषज्ञता के आधार पर विषय का चुनाव करें। निबंध लिखते समय ध्यान देने योग्य सामान्य बातें- · निबंध प्रस्तावना, विषय-विस्तार एवम उपसंहार के क्रम में लिखें। · विषय का क्रमबद्ध ब्यौर प्रस्तुत करें। · निबंध दिए गए विषय के अनुरूप होना चहिए। · निबंध का प्रारंभ किसी काव्यांश, सूक्ति अथवा उद्धरण से करने पर निबंध की रोचकता बढ़ जाती है। · शुद्ध तथा रोचक विषयानुरूप भाषा का प्रयोग किया जाना चाहिए। · लेख साफ़-सुथरा, सुपाठ्य तथा सुन्दर हो। अभ्यास हेतु निबंध- १. महानगरीय जीवन: अभिशाप या वरदान २. आधुनिक शिक्षा पद्धति: गुण व दोष ३. विज्ञान-कला ४. बदलते जीवन मूल्य ५. नई शदी नया समाज ६. कामकाजी महिलाओं की समस्याएँ ७.राष्ट्र निर्माण में युवा पीढ़ी का योगदान ८. इंटरनेट की दुनियाँ ९. पराधीन सपनेहुँ सुख नाहीं १०. लोक्ततंत्र में मीडिया की भूमिका

आलेख/फ़ीचर/रिपोर्ट संबंधी प्रश्न-अभ्यास :-

आलेख/फ़ीचर/रिपोर्ट संबंधी प्रश्न-अभ्यास १. निम्नलिखित विषयों पर आलेख लिखिए- ·       बढ़ती आबादी देश की बरबादी ·       सांप्रदायिक सद्भावना ·       कर्ज में डूबा किसान ·       आतंकवाद की समस्या ·       डॉक्टर हड़ताल पर मरीज परेशान ·       वर्तमान परीक्षा प्रणाली २. निम्नलिखित विषयों पर फ़ीचर लिखिए: ·       चुनावी वायदे ·       महँगाई के बोझतले मजदूर ·       वाहनों की बढ़ती संख्या ·       वरिष्ठ नागरिकों के प्रति हमारा नजरिया ·       किसान का एक दिन ३. निम्नलिखित विषयों पर रिपोर्ट तैयार कीजिए- ·       पूजा-स्थलों पर दर्शनार्थियों की अनियंत्रित भीड़ ·       देश की महँगी होती व्यावसायिक शिक्षा ·       मतदान केन्द्र का दृश्य ·       आए दिन होती सड़क दुर्घटनाएँ ·       आकस्मिक बाढ़ से हुई जनधन की क्षति

जनसंचार माध्यम और लेकिन :-

जन संचार मध्यम और  लेखन : मह्त्त्वपूर्ण पृष्टव्य अभ्यास प्रश्न: १.विज्ञापन किसे कहते हैं ? २. भारत में नियमित अपडेट साइटों के नाम बताइए। ३. दूरदर्शन पर प्रसारित समाचार किन-किन चरणों से होकर दर्शकों तक पहुँचते हैं? ४. मुद्रित माध्यम की सबसे बड़ी विशेषता क्या है? ५. कम्प्यूटर के लोकप्रिय होने का प्रमुख कारण बताइए। ६. इलेक्ट्रोनिक मीडिया क्या है? ७. पत्रकारिता के विकास में कौन-सा मूल्भाव सक्रिय रह्ता है? ८. समाचारपत्र में संपादक की भूमिका क्या होती है? ९. फ़ीचर में न्यूनतम व अधिकतम शब्दों की सीमा कितनी होनी चाहिए? १०. फ़ीचर किस शैली में लिखा जाता है? ११. संपादन के किन्हीं दो सिद्धांतों को लिखिए। १२. आडिएंस से आप क्या समझते हैं? १३. कार्टून कोना क्या है? १४. स्टिंग आपरेशन क्या है? १५. ड्राई एंकर से क्या अभिप्राय है? १६. ऑप-एड पृष्ठ किसे कहते हैं १७. न्यूजपेग क्या है ? १८. एफ़०एम० क्या है? १९. अपडेटिंग से क्या अभिप्राय है? २०. सीधा प्रसारण किसे कहते हैं?

विशेष लेखन :- स्वरूप और प्रकार

विशेष लेखन: स्वरूप और प्रकार विशेष लेखन किसी खास विषय पर  सामान्य लेखन से हट कर किया गया लेखन है । जिसमें  राजनीतिक, आर्थिक, अपराध, खेल, फ़िल्म,कृषि, कानून विज्ञान और अन्य किसी भी मत्त्वपूर्ण विषय से संबंधित विस्तृत सूचनाएँ प्रदान की जाती हैं । डेस्क : समाचारपत्र, पत्रिकाओं , टीवी और रेडियो चैनलों में अलग-अलग विषयों पर विशेष लेखन के लिए निर्धारित  स्थल को डेस्क कहते हैं। और उस विशेष डेस्क पर काम करने वाले पत्रकारों का भी अलग समूह होता है । यथा, व्यापार तथा  कारोबार के लिए अलग तथा खेल की  खबरों के लिए अलग डेस्क निर्धारित होता है । बीट : विभिन्न विषयों से जुडे़ समाचारों के लिए संवाददाताओं के बीच काम का विभाजन आम तौर पर उनकी दिलचस्पी और ज्ञान को ध्यान में रख कर किया जाता है। मीडिया की भाषा में इसे बीट कहते हैं । बीट रिपोर्टिंग तथा विशेषीकृत रिपोर्टिंग में अन्तर: बीट रिपोर्टिंग के लिए  संवाददाता में उस क्षेत्र के बारे में  जानकारी व दिलचस्पी का होना पर्याप्त है, साथ ही उसे  आम तौर पर अपनी बीट से जुडी़ सामान्य खबरें ही लिखनी होती हैं । किन्तु विशेषीकृत रिपोर्टिंग  में सामान्य समाचारों से आगे बढ़कर संबंधित विशेष क्षेत्र या विषय से जुडी़ घटनाओं, समस्याओं और मुद्दों  का बारीकी से विश्लेषण कर प्रस्तुतीकरण किया जाता है । बीट कवर करने वाले रिपोर्टर को संवाददाता तथा  विशेषीकृत रिपोर्टिंग करने वाले रिपोर्टर को विशेष संवाददाता कहा जाता है।